How to do Follow Up
नमस्कार, दोस्तों मैं आप सभी का स्वागत करता हू। फॉलो अप हमारे लीडरशिप का विकास करने का एक छोटा पर महत्वपूर्ण बिन्दु है। मुझे उमीद है आज के मेरे विषय मे आप सभी को लाभ मिलने वाली है। आज का मेरा विषय फॉलो अप कैसे करे और क्या फोकस करें।
सब से पहले हम समझते है कि फॉलो अप करें या न करे।
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जब कोई कस्टमर आपकी अनुग्रह के बाद कई दिनों तक फॉलो अप नही करते है तो कस्टमर आपका काम भूल जाता है ,अगर उसे याद रहता है तो ये सोच कर जाने देता है कि शायद आपके काम किसी औऱ के द्वारा हो चुका होगा औऱ जब आप फॉलो अप करते है तो सामने वाले को आप सिर्फ याद दिलाने का काम आप नही करते बल्कि कर्त्वय और विसवास को भी दर्शाता है और इस बात को दर्शाता है कि आप उस वयक्ति पर कितना विसवास और उमीद रखते है निभर्र करते है। ऐसा करने से वो कस्टमर गंभीर हो जाता है औऱ आपके काम पर विषेश धयान देने लगता है। इस से एक चीज और होती है, कस्टमर के सामने आप से जुड़ा कोई काम आता है तो वो सब से पहले उस काम के लिऐ आपको याद करता है। वही अगर आप कस्टमर से जुड़े नही होते है तो ये अवसर जो आपको मिला यू ही निकल जाता।
सबसे पहले मैं बता दु फॉलो अप हर बिजनेस की सफलता का एक अहम चाभी है इसके बिना कोई बिज़नेस की सफलता नही पायी जासकती फॉलो अप हमेसा मीटिंग के 48 घंटे के अंदर करना चाहिए। जब हम प्लान दिखाते है उसी वक्त दिमाग मे फॉलो अप की तैयारी शुरू कर देना चाहिए। प्लान दिखते समय ही कुछ न कुछ ऐसा दे देना चाहिए जैसे प्रोस्पेक्टस, सी डी आदि ताकि अगर कस्टमर थोड़ा प्रोजेक्ट के प्रति निगेटिव भी हो तो दिया गया प्रोस्पेक्टस, सीड आदि लेने के बहाने उसके घर जाकर मिल सके। औऱ बात चीत की शुरूआत हालचाल से शुरू करे औऱ फिर अपने प्रोजेक्ट के बात शुरू करे जैसे कैसा लगा मेरा प्रोस्पेक्टस और सीड महोदय आप उसकी जिग्यासा को सही तरह से समझे औऱ हैंडल करे। आप देखेंगी की आपका फॉलो अप पुर्ण हो गया।
90% बिजनेस में टूल्स का महत्व समझे बिना लोग काम कर रहे होते है। यहा टूल का मतलब बुक, प्रोस्पेक्टस, सीड आदि से है।
अगर बात कुछ आगे बढ़ निकली, सवाल जवाब में बाते चल गयी तो उसका भीतैयारी रखनी पड़ेगी।
कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते है जिसका फ़ॉलो अप कर पाना बेहद ही मुश्किल होता है। ऐसे लोग तो मैदान छोड़ के ही भाग खड़ा होते है , इसलिये वो किसी तरह आपको टहलाते है या टालमटोली का खेल खेलते है। उनका कहना होता है कि उन्हें सब पता है लेकिन सच्चाई यही है कि उन्हें कुछ पता नही होता है असल मे।
आप उसी वक्त कस्टमर से कुछ सवाल इस तरह से पूछ सकते है जैसे हमारी कंपनी के बारे में आप क्या जानते है । कम्पनी के पार्टनरशिप के बारे में कुछ मुझे भी बातये सर। लेकिन आप अपनी कम्पनी के बारे में जानकारी पूरी पूरी रखे और अपनी कम्पनी की जानकारी देते देते फिर से अपना गेयर बदले सर आपका सपना क्या है? यहा फिर से आप उसकी दुखती रग पर हाथ रख दिया होगा।
यह कस्टमर पूरी तरह अपना बचाव के स्थित में आगया होगा यहाँ फीर से कस्टमर को हिट करे सर खाने से ज्यादा इंसान को ऊर्जा उसके सपनें पूरा होने से मिलती है।आप हम पर कितना विसवास करते है सर।
कस्टमर यहाँ पर पूरा बचाव की स्थिति में होगा उसका जवाब होगा बिल्कुल पूरा विसवास करता हु मैं आप पर। ये अवश्य ही बोलेगा।यहा कस्टमर को पूरी तरह अपने बस में लिजिये।
मुझे विशवास है कि आप अपने हर सपना जो आप मुझ से जुड़ कर पूरा करेंगे।
दोस्तो कुछ इस तरह पूरे फ़ॉलो अप किया जाता है,मुझे उमीद है,मेरे इस संबोधन से फॉलो अप के इस प्रोसेस से आपको कुछ लाभ मिला होगा ।
इन्ही बातो के साथ मैं अपनी बातों पर विराम लगता हूँ। आप सभी को बहुत बहित धन्यबाद। मेरी शुभकामनाएं।
इन्ही बातो के साथ मैं अपनी बातों पर विराम लगता हूँ। आप सभी को बहुत बहित धन्यबाद। मेरी शुभकामनाएं।
Great job brother.
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