दोस्तो नमस्कार मै डॉ राहुल के सिंह आपका स्वागत करता हूँ।
आज हम बात करेंगे कि ज़मीन, मकान या फ्लैट की रजिस्ट्री करते वक़्त किन बातों का जानकारी
होनी चाहिये और किन किन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है।
दोस्तो आप सभी जानते है कि जानकारी के अभाव में रोज रोज किसी न किसी के साथ घटनाएं होती रही है, रियल इस्टेट का सेक्टर शुरू से ही विवाद में रहा है और आज तक यहां विवाद चलता आ रहा है इस मे यह जरूरी हो जाता है कि आप इस सेक्टर कि पूरी जानकारी से अवगत रहे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं आप के साथ न हो सके।
हालांकि पिछले कुछ दिनों में इस सेक्टर में काफी कुछ सुधार आया है पर अभी भी इस सेक्टर में सुधार की औऱ लोगों की जागरूकता की बहुत जरूरत है।
अतः हमारी ये छोटी सी कोशिस जानकारी के अभाव में आपके साथ कोई किसी प्रकार के घटना
नही घटे क्योंकी आप भी जानते है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी तो जागरूक औऱ जानकर
बने। प्रोपर्टी लेते वक़्त आप पूरी सावधानी और जानकारी रखे। आइए जानते है किसी भी जमीन, मकान या फ्लैट का रजिस्ट्री कैसे करें।
Procedure of land Registration |
सबसे पहले हम एक प्रॉपर्टी का चुनाव करते है इसके लिए या तो हम प्रॉपर्टी मालिक या ब्रोकर या बिल्डर के द्वारा प्रॉपर्टी का चुनाव करते है। अगर डारेक्ट प्रॉपर्टी मालिक से मिलता है तो अच्छी बात है नही तो आप बिल्डर
या ब्रोकर से भी प्रोपर्टी ले सकते है बस उनका कुछ शुक्ल होता है आप पहले ही तय कर
ले की उनका शुक्ल कितना ओर क्या है ऐसे आम तौर पर 2% शुक्ल उनका होता है लेनदार के
तरफ से औऱ 2% देनदार के तरफ से होता है।
अगर आप जमीन कंपनी ब्रोकर या बिल्डर से खरीद रहे है तो सबसे पहले ये चेक करें कि प्रॉपर्टी बेचने का ऑथरिटी उनके नाम पर है या नही।
उसके बाद आप जहाँ भी प्रॉपर्टी खरीद रहे हो उसके आस पास के लोगो से पता लगा ले कि ये जमीन,फ्लैट या एरिया कही विवादित तो नही या कोई केस दर्ज तो नही है मुकदमा तो नही चल रहा है है उस प्रोपर्टी पर।
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अगर सब कुछ सही है तो आप प्रॉपर्टी की खरीदारी करें । कोशिस करें कि प्रोपर्टी की सारी पेमेन्ट चेक या ऑनलाइन से ही करे कैश में पेमेंट करने से जहा तक हो सके बचे और जब भी पेमेंट करे तो सेलर और दो गवाहों के उपस्थित में सिग्नेचर और मोहर जरूर लगवा ले। ताकि भविष्य में कोइ विवाद के स्थिति में निपटा जा सके।
ध्यान रखें कि कोई भी प्रोपर्टी का दो रेट होता है एक सरकारी रेट और दूसरा मार्केट रेट हमेसा सरकारी रेट से मार्केट रेट अधिक होता है हमे हमेसा सरकारी रेट पर ही प्रोपर्टी की रजिस्ट्री करना चाहिए भले ही हम वो प्रॉपर्टी मार्केट रेट में ही खरीदा क्यो न हो।
क्योंकि सरकारी रेट पर रजिस्ट्री कराने स्टैम्प ड्यूटी या सरकारी टैक्स कम देना पड़ता
है। यह हर राज्यों का प्रॉपर्टी का सरकारी रेट जगह ओर एरिया के अनुसार अलग अलग होता
है। तो आप जहा भी प्रोपर्टी की खरीदारी कर रहे है वहाँ के प्रोपर्टी का सरकारी वैल्यू
और स्टाम्प ड्यूटी कितना लगेगा पहले ये जरूर सुनिश्चित करें।
सुनिश्चित करने के बाद नन जुड़ुसियल से स्टाम्प खरीदे या ऑनलाइन भी आप खरीद सकते
है औऱ उसके ऊपर सेल डीड प्रिंट कराये।
यहाँ आप ध्यान दे कि अगर आप ये सब खुद नही कर सकते तो कोई बात नही आप रजिस्टरी ऑफिस जाए वहाँ बहुत सारे वकील बैठे होंगे जो ये सारे काम आपका पूरी रजिस्टरी कर देंगे इन्हें कातिब कहा जाता है इनका अपना एक फ़ीस होता है वो आप शुरू में ही तय कर
ले और ये आपका सारा काम रजिस्टरी से रिलेटेड खुद करा कर देदेंगें।
अब आप रजिस्टरी ऑफिस खरीदने वाला बचने वाला और दो गवाहों के साथ जाए। खरीदने वाले और बेचने वाले के तीन तीन फ़ोटो आई डी प्रोव और एड्रेस प्रोव के साथ लेकर जाए और दोनों गवाहों के एक
एक फोटो और एडरेस प्रोव और आई डी प्रोव के साथ जाए।
यहाँ धयान रखे जो बेचने वाले है उनका प्रॉपर्टी के दस्तावेज में एक फ़ोटो जिसका लगा हुआ है उस व्यक्ति को जो वो प्रॉपर्टी बेच रहा है उस पर खडे होकार एक फोटो खींच जाएगा।कि ये प्रॉपर्टी बेचने वाले मालिक बेच रहे है वो भी डॉक्यूमेंट में सबमिट होगा।
इसके बाद ये सारा डॉक्यूमेंट औऱ बेचने वाले और गवाहो के साथ कातिब के पास जाए वो आपका दो से तीन घंटे का समय लेगा सारा डॉक्यूमेंट तैयार कर के रजिस्ट्री के लिए रेडी कर देगा।
सारा डॉक्यूमेंट ,देनदार और गवाहों के साथ आप रजिस्टरी ऑफिस में जाये वहाँ आपको तीन काउंटर से होकर गुजरना होगा।
procedure of land Registration |
पहले काउंटर पर आपका डॉक्यूमेंट का जाँच होगा और खरीदार ओर बचने वाले से पूछताछ होगी । जिसे में ये प्रॉपर्टी किसका है कितने में बेच रहे है किसी के दबाव में तो नही बेच रहे है जिस पार्टी को आप बेच रहे है वो आपको रुपये दिए कि नही कितने दिए। इस तरह के सवाल पूछे जाएंगे औऱ गवाहो से पूछा जाएगा कि आप इन्हें कितने दिन से जानते है इनका व्यक्तित्वों कैसा है ये सब समझ कर आप जवाब दे दीजियेगा।
ध्यान रखें यहाँ पूछताछ में हमेसा सरकारी रेट ही बताया जाता है, मार्केट रेट कितना में लिए वो नही जितना का आप रजिस्टरी शुल्क दे रहे है वही रेट बातये।
दूसरे काउंटर पर लेनदार और देनदार और गवाहों के आँख ,अंगुलियों के निशान और फोटो लिया जाएगा।
तिसरे काउंटर पर आप सभी का लेनदार,देनदार और गवाहों के सिग्नेचर या अंगूठा लगया जाएगा और डॉमेट जमा कर दिया जाएगा।
कुछ दिनों के बाद आप वहाँ ओरिजनल कॉपी एक आपको मिल जाएगा रजिस्ट्री ऑफिस से और एक कॉप्पी ऑफीस में जमा हो जाएगा। ताकि किसी तरह के विषम परिस्थितियों में उसका प्रयोग सरकार द्वारा किया जाए।
दोस्तो इस प्रकार प्रोपर्टी के रजिस्ट्री का पुरा प्रक्रिया किया जाता है। मित्रों इस सेक्टर में कैरियर बनाने वाले मीत्रो को मदद मिलेगी और जानकारी के अभाव में खरीद खरीद बिक्री करते वक़्त किसी के धोखा में आकर बहुत सारे धन गवा बैठते है उनलोगों को ये पूरी जानकारी
से काफी मदद मिलेगा।
आशा करता हु ये जानकारी आपको या अपके जानकर लोगो के काम आएगा। फिर
आप से बाटे होगी एक नये सब्जेक्ट के साथ जागरूक रहे और जानकार बने। नमस्कार।
आप हमारे चैनल को फॉलो कर आप हम से जुड़ सकते है और नई जानकारी रियल इस्टेट से आप तक सब से पहले मिल सकती है। फिर मिलेगा तब तक के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आप सभी को।
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